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गणतंत्र दिवस

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी संस्थान, टनकपुर में गणतंत्र दिवस समारोह

टनकपुर स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी संस्थान ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव का अनूठा प्रदर्शन किया। समारोह का आयोजन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर हरद्वारी लाल मंडोरिया के नेतृत्व में किया गया, जिसमें छात्र, शिक्षक और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। यह आयोजन न केवल संस्थान की एकजुटता और देशभक्ति की भावना को दर्शाता है, बल्कि गणतंत्र दिवस के महत्व को भी रेखांकित करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने से हुई, जिसे प्रोफेसर डॉ. मंडोरिया ने गर्वपूर्वक फहराया। ध्वजारोहण के बाद उपस्थित सभी ने उत्साह और गर्व के साथ राष्ट्रगान गाया। यह क्षण राष्ट्रीय गौरव और एकता का प्रतीक बना। उन्होंने छात्र-छात्राओं , शिक्षको और कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए संस्थान की गत वर्ष की उपलब्धियों एवं “एक भारत, श्रेष्ठ भारत और आत्म निर्भर भारत ” विषय पर प्रकाश डाला।
इसके बाद छात्रों और शिक्षकों ने देशभक्ति गीतों और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया। मीनााक्षी ज्याला (बी.टेक द्वितीय वर्ष) ने मधुर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। रेनू बसेरा (बी.टेक प्रथम वर्ष) ने अपनी कविता में देश के प्रति अपने जज़्बात को प्रभावशाली तरीके से पेश किया। अंकित जोशी (बी.टेक तृतीय वर्ष) ने एक और प्रेरणादायक देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर सभी को प्रेरित किया। नेहा कालोनी (बी.टेक प्रथम वर्ष) ने गणतंत्र दिवस के महत्व पर एक प्रेरक भाषण दिया। कार्यक्रम के सफल समन्वयन की जिम्मेदारी ऋषभ कुमार (बी.टेक द्वितीय वर्ष, सूचना प्रौद्योगिकी) ने निभाई।
शिक्षकों ने भी अपने प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को यादगार बनाया। असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती अंजना (एप्लाइड साइंस विभाग) और श्रीमती दीपिका सयाना (सिविल इंजीनियरिंग विभाग) ने एक देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को प्रेरित किया और पूरे वातावरण को देशभक्ति की भावना से भर दिया।
गणतंत्र दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल उत्सव का प्रतीक था, बल्कि छात्रों और कर्मचारियों को भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और उनके कर्तव्यों की याद दिलाने का भी माध्यम बना। संस्थान ने यह दिखाया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व, जिम्मेदारी और राष्ट्रप्रेम को भी विकसित करती है।
समारोह का समापन डॉ. अभिषेक पाठक (उप कुलसचिव) के प्रेरक भाषण के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी से अपने कर्तव्यों को निभाने और राष्ट्र की सेवा में योगदान देने का आह्वान किया। उनका संबोधन सभी के लिए प्रेरणादायक था, और यह संदेश दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी भूमिका निभाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करना चाहिए।
इस अवसर पर संस्थान के डॉ. अभिषेक पाठक (उप कुलसचिव), डॉ. देव प्रकाश सत्संगी (सह अधिष्ठाता, शैक्षणिक एवं छात्र कल्याण), सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

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