
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, टनकपुर में तकनीकी शिक्षा सचिव उत्तराखंड डॉ. रंजीत सिन्हा का दौरा
टनकपुर: डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, टनकपुर में कल तकनीकी शिक्षा सचिव उत्तराखंड डॉ. रंजीत सिन्हा ने दौरा किया। उन्होंने संस्थान परिसर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया और विभिन्न बिंदुओं पर महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने संस्थान के परिसर, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, और नए भवन का निरीक्षण किया।
डॉ. सिन्हा ने संस्थान के निर्माणाधीन महिला छात्रावास का निरीक्षण किया और छात्राओं को बेहतर माहौल और अधिक सुविधाएं प्रदान करने पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने संस्थान की सभी प्रयोगशालाओं का निरीक्षण करते हुए प्रयोगशालाओं में उपलब्ध उपकरणों और सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की। इसके अलावा, डॉ. सिन्हा ने संस्थान के नए भवन का भी निरीक्षण किया और वहां की सुविधाओं का जायजा लिया।
संस्थान के मास्टर प्लान और एकीकृत संरचना (इंटीग्रेटेड स्ट्रक्चर) पर चर्चा करते हुए, डॉ. सिन्हा ने संस्थान को अधिक ऊर्ध्वाधर (वर्टिकल) विकास की ओर प्रेरित किया, ताकि भूमि का अधिकतम उपयोग किया जा सके। उन्होंने संस्थान को गुणात्मक निर्देश देने पर जोर दिया। और संस्थान के ग्रीन लैंड के आवंटन के प्रस्ताव को तत्काल आगे बढ़ाने को कहा। यह आवंटन पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने और संस्थान परिसर के विकास में योगदान देने के उद्देश्य से किया जाएगा। संबंधित अधिकारियों ने प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने का वादा किया है। यह कदम संस्थान के समग्र विकास के लिए जरूरी है।
संस्थान में उपलब्ध स्थान को अधिक कुशलता से उपयोग में लाने के लिए, उन्होंने संस्थान को मल्टीस्टोरेज क्षमता वाली इमारतों में विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि जगह की कमी को ध्यान में रखते हुए वर्तमान भवनों का बेहतर तरीके से पुनर्गठन किया जाए, ताकि भविष्य में संस्थान को और अधिक सुविधाजनक और आधुनिक बनाया जा सके।
इस दौरान, संस्थान के निदेशक प्रो. हरद्वारी लाल मंडोरिया जी ने संस्थान की संरचनात्मक स्वरूप, वित्तीय स्थिति, और जन संसाधनों के बारे में जानकारी दी।
डॉ. सिन्हा ने संस्थान के निर्माण कार्य की प्रक्रिया को तेज और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया गया है। संबंधित अधिकारियों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की नियमित जांच (इंस्पेक्शन) करने और इसे तय मानकों के अनुसार पूरा करने पर जोर दिया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्माण कार्य में उपयोग होने वाली सामग्री और प्रक्रियाएं उच्चतम गुणवत्ता की हों। प्रशासन ने परियोजना को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा करने का वादा किया है, ताकि छात्रों और शिक्षकों को बेहतर और सुरक्षित सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक, प्रो. हरद्वारी लाल मंडोरिया जी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरे ने संस्थान के भविष्य के विकास के लिए एक सकारात्मक दिशा दी है।